“भूल जाओ तुम सचिन के बेटे हो” योगराज सिंह के इस गुरुमंत्र से बदली अर्जुन तेंदुलकर की किस्मत, जल्द टीम इंडिया में मौका मिलना तय!


14 दिसंबर से शुरू हुए घरेलू टूर्नामेंट रणजी ट्रॉफी में सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर ने शानदार खेल का प्रदर्शन किया है। जिसकी वजह से अर्जुन के साथ -साथ उनके कोच भी लगातार सुर्खियों में बने हुए हैं। दरअसल इसकी खास वजह है कि कुछ दिनों पहले ही योगराज सिंह अर्जुन को ट्रेनिंग देते हुए नजर आए थे और ऐसे में उनका रणजी डेब्यू में कमाल का प्रदर्शन दिखाने के बाद फैंस ने इसका पूरा श्रेय योगराज की ट्रेनिंग को दिया है। बता दें अर्जुन ने रणजी में गोवा की तरफ से डेब्यू करते ही 120 रनों की शतकीय पारी खेली है।

योगराज सिंह के गुरु मंत्र से मिली अर्जुन तेंदुलकर को सफलता

रणजी टूर्नामेंट में अर्जुन तेंदुलकर के शानदार प्रदर्शन को देखने के बाद योगराज सिंह ने अर्जुन के लिए एक संदेश भेजा। हालांकि वह इस समय शूट के सिलसिले में यूके में हैं, उन्होंने संदेश में लिखा

“बेटा बहुत अच्छी बल्लेबाजी की। एक दिन महान ऑलराउंडर साबित होंगे। मेरे शब्द लिखकर रख लो।”

बता दें कि युवराज सिंह ने ही अपने बेटे युवराज सिंह को भी कोचिंग दी थी और उनकी कोचिंग की बदौलत ही युवराज क्रिकेट की दुनिया के एक बेहतरीन ऑलराउंडर खिलाड़ी बने थे।

कुछ दिनों के लिए भूल जाओ तुम सचिन के बेटे हो

हालांकि कुछ समय पहले ही योगराज सिंह ने बताया था कि “युवराज ने उन्हें फोन करके कहा है कि पापा अर्जुन 2 हफ्ते के लिए चंडीगढ़ में रहेगा और सचिन ने रिक्वेस्ट की है कि आप उसको ट्रेनिंग दें, सचिन को ना कैसे बोल सकता था। वह मेरे लिए मेरे बड़े बेटे जैसा ही है। लेकिन मेरा प्रशिक्षण देने का अपना तरीका है। इसलिए मैंने उनसे कहा कि-

“15 दिन के लिए यह भूलना होगा कि तुम सचिन तेंदुलकर के बेटे हो। “

अर्जुन तेंदुलकर ने दोहराया इतिहास

178 गेंदों पर 12 चौके और दो छक्के की मदद से शतक लगाने के बाद अर्जुन तेंदुलकर ने अपने पिता सचिन तेंदुलकर का इतिहास दोहरा दिया है।

सचिन तेंदुलकर ने पहले रणजी मैच में गुजरात के खिलाफ 100 रनों की नाबाद पारी खेली थी, उन्होंने 129 गेंदों पर अपना शतक पूरा किया था और उस समय उनकी उम्र महज 15 साल थी। हालांकि दूसरी पारी में उन्हें बल्लेबाजी करने का मौका नहीं मिला था और यह मुकाबला ड्रॉ हो गया था।

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