बचपन में ही हो गया अनाथ, पिता बनाना चाहते थे आर्मी ऑफिसर, लेकिन बड़ी बहन ने पाल-पोसकर बना दिया दुनिया का खतरनाक ऑलराउंडर


आप भारत के सबसे प्रमुख हरफनमौला खिलाड़ी रविंद्र जडेजा अपना 34 वां जन्मदिन मना रहे हैं. रविंद्र जडेजा चोटिल चल रहे है इसलिए वह लंबे समय से टीम में जगह नही बना पा रहे है. एशिया कप में चोट के वजह से जडेजा को टी20 विश्व कप भी मिस करना पड़ा. लेकिन रविंद्र जडेजा ने टीम इंडिया को अपने प्रदर्शन से कई बार गर्व करने का मौका दिया है. आइए इस लेख में जानते हैं रविन्द्र जडेजा की पूरी कहानी.

जडेजा के पिता थे चौकीदार

रविंद्र जडेजा का जन्म 6 दिसंबर 1988 को गुजरात के जामनगर में हुआ. इनके पिता अनिरुद्ध सिंह जडेजा आर्मी में नौकरी करते थे. पर एक हादसे के दौरान उन्हें गंभीर चोटें आई. इसके बाद जडेजा के पिता को आर्मी की नौकरी छोड़नी पड़ी. इसके बाद वे एक प्राइवेट सिक्योरिटी कंपनी में गार्ड की नौकरी करने लगे. वहीं जडेजा की मां लता जडेजा बतौर नर्स काम करती थीं. जडेजा का बचपन तंगहाली के दौर से गुजरा उन्होंने भयंकर गरीबी देखी है.

रविन्द्र जडेजा हमेशा से एक क्रिकेटर बनाना चाहते थे. लेकिन पिता उन्हें आर्मी अफसर बनाना चाहते थे. मगर रविंद्र जडेजा की मां लता अपने बेटे को क्रिकेटर ही बनाना चाहती थीं. उनका सपना था कि उनका बेटा भारत के लिए क्रिकेट खेले.

एक गरीब परिवार में जन्मे जडेजा के लिए सपने को साकार करना बहुत ही मुश्किल था. उन्होंने सौराष्ट्र में ही एक क्रिकेट अकादमी ज्वाइन कर ली. वे क्रिकेट की बारीकियों को सीखने लगे. लेकिन अचानक से रविन्द्र जडेजा पर मुसीबत का पहाड़ टूट पड़ा. जब उनकी उम्र महज 17 साल थी तो उनकी माता का एक हादसे के दौरान मौत हो गई. कैसे भी जडेजा ने अपने आप को संभाला और फिर पीछे मुड़कर नही देखा.

शानदार है जडेजा का कैरियर

रविंद्र जडेजा ने अब तक भारत के लिए 60 टेस्ट मैच खेले हैं. जिसमें उन्होंने 2523 रन और 242 विकेट चटका चुके हैं. वही 171 एकदिवसीय मैच खेलकर रविंद्र जडेजा ने 2447 रन और 189 विकेट अपने नाम कर चुके हैं. वहीं 64 टी-ट्वेंटी मैचों में 457 रन और 51 विकेट हासिल कर चुके हैं.

0/Post a Comment/Comments