टीम इंडिया में जगह न मिलने पर बीसीसीआई से बगावत कर बैठे थे ये 3 खिलाड़ी, एक के आगे झुकी BCCI बना दिया कप्तान

भारतीय क्रिकेट टीम ने हमेशा से ही युवा खिलाड़ियों का सपोर्ट करती हुई नजर आई है। बात चाहे वनडे क्रिकेट की हो या T20 क्रिकेट की हमेशा ही बीसीसीआई ने अनुभवी खिलाड़ियों के साथ-साथ युवा खिलाड़ियों को भी टीम में जगह दी है। बांग्लादेश के खिलाफ सीरीज से लेकर के न्यूजीलैंड आयरलैंड और जिंबाब्वे दौरे पर भी टीम इंडिया मैं हर जगह युवा खिलाड़ियों को मौका मिला है।

हम आपको ऐसे तीन खिलाड़ियों के बारे में बताने वाले हैं। जिन्हें अच्छा प्रदर्शन देने के बाद भी टीम में नहीं खिलाया गया, जिसके बाद यह खिलाड़ी की बगावत पर उतर आए।

रोहित शर्मा

साल 2007 से टीम इंडिया के T20 फॉर्मेट में डेब्यू करने वाले रोहित शर्मा आज भले ही भारत की कप्तानी करते हुए नजर आ रहे हो। लेकिन यह भी अपने करियर के बहुत बुरे दौर से गुजर चुके हैं। शुरुआती करियर में यह खिलाड़ी भारत के लिए ओपनिंग नहीं बल्कि मिडिल ऑर्डर में बल्लेबाजी करते हुए दिखाई देते थे।

टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन करने के बाद भी इस खिलाड़ी को 2011 के वनडे वर्ल्ड कप में मौका नहीं मिला था, जिसके बाद उन्होंने अपना दर्द खुलकर सोशल मीडिया पर बयां किया।

“वास्तव में WC टीम का हिस्सा नहीं होने से में निराश हूं। मुझे यहां से आगे बढ़ने की जरूरत है। लेकिन, ईमानदारी से यह एक बड़ा झटका था। कोई भी विचार!”

राहुल तेवतिया

आईपीएल से अपनी पहचान बनाने वाले राहुल तेवतिया भी इस लिस्ट में शामिल है।आईपीएल 2022 मैच खिलाड़ी ने गुजरात के लिए शानदार प्रदर्शन किया था, लेकिन इससे पहले वह राजस्थान रॉयल्स के साथ खेलते थे और उन्होंने साल 2020 का आईपीएल खेलते हुए शेल्डन के एक ओवर में 30 रनों की शानदार पारी खेली थी, जिसके बावजूद भी खिलाड़ी को टीम में खेलने का मौका नहीं मिला । जिससे निराश होकर खिलाड़ी ने ट्विटर अकाउंट से ट्वीट करते हुए अपना दर्द बयां किया।

“उम्मीदें रखना दुख देता है।”

पृथ्वी शॉ

वेस्टइंडीज के खिलाफ शानदार डेब्यू करने वाले इस खिलाड़ी ने सीरीज में शतकीय पारी खेली थी। पृथ्वी के बेहतरीन प्रदर्शन देखने के बाद जहां इनकी तुलना सचिन सहवाग जैसे बड़े खिलाड़ियों के साथ की गई।

घरेलू सीरीज में बेहतरीन प्रदर्शन दिखाने वाले पृथ्वी को अभी तक टीम इंडिया में मौका नहीं मिला है। बहुत ज्यादा सब्र रखने के बाद भी जब इस खिलाड़ी को टीम में मौका नहीं मिला तो उन्होंने बीसीसीआई पर गुस्सा निकालते हुए कहा कि

“उनकी बातों पर भरोसा मत करो, उनके कामों पर भरोसा करो, क्योंकि उनके काम साबित करेंगे कि शब्द अर्थहीन क्यों हैं।”

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