चहल-धवन-पृथ्वी… टीम इंडिया के वो 5 ब्लंडर, जिसने एक साल में भारत को हरवा दिए 2 वर्ल्ड कप


इस साल देखा जाए तो टीम इंडिया (Team India) को दो बड़ी ट्रॉफी गवांकर बहुत बड़ा नुकसान हुआ है जिसके लिए कई खिलाड़ी जिम्मेदार हैं, क्योंकि टीम इंडिया में यह गलती एक या दो बार नहीं बल्कि कई बार दोहराई जा चुकी है. टी-20 वर्ल्ड कप 2021और पिछले आईसीसी टूर्नामेंट में जो भी गलतियां हुई है उससे इन खिलाड़ियों ने कुछ नहीं सीखा और फिर वही किया जो हमेशा होता है.

पिछले साल टीम इंडिया (Team India) सेमीफाइनल में भी जगह नहीं बना पाई थी और इस बार जब सेमीफाइनल में जगह मिली भी थी तो खराब चयन और रणनीति के कारण इंग्लैंड के हाथों 10 विकेट से बुरी तरह हारना पड़ा. आज हम आपको उन पहलुओं के बारे में बताएंगे जिस वजह से टीम इंडिया की अभी यह बुरी स्थिति है.

लगातार केएल राहुल को मौका देना

टीम इंडिया (Team India) के उपकप्तान कहे जाने वाले के एल राहुल को लगातार खराब प्रदर्शन के बावजूद भी टीम ने ओपनिंग करने के लिए भेजा. टी-20 वर्ल्ड कप की बात करें तो उन्होंने एक बार भी ऐसा कमाल नहीं दिखाया जिसकी उम्मीद की गई थी.

अब वर्ल्ड कप के बाद इस खिलाड़ी को टीम से बाहर करने की मांग भी शुरू हो चुकी है, लेकिन कभी भी इन बातों को टीम मैनेजमेंट या कप्तान रोहित शर्मा ने गंभीरता से नहीं लिया और लगातार इन्हें मौका देते हैं.

युजवेंद्र चहल को नजरअंदाज करना

इस साल टी-20 वर्ल्ड कप 2022 में यजुवेंद्र चहल को ऑस्ट्रेलिया ले जाया जरूर गया था लेकिन इन्हें एक मुकाबले में भी मौका नहीं मिला. 2021 के वर्ल्ड कप में तो इनका चयन ही नहीं हुआ था और इस साल जब चयन हुआ तो प्लेइंग इलेवन से हर बार गायब रहे.

टीम मैनेजमेंट की गलती इसलिए दिखती है, क्योंकि अन्य टीमों के लेग स्पिनर लगातार सफलता हासिल कर रहे थे, लेकिन बल्लेबाजों के हाथों पिटने के बाद भी लगातार रविचंद्रन अश्विन पर टीम भरोसा जता रही थी और नतीजा इस वक्त आप सबके सामने हैं.

रोहित शर्मा का खराब फॉर्म

बतौर कप्तान रोहित शर्मा ने भी वह प्रदर्शन नहीं दिखाया जो एक कप्तान को निभाना चाहिए. एक तरफ उनकी खराब फॉर्म और दूसरी और केएल राहुल का बुरा हाल ने टीम इंडिया (Team India) की ओपनिंग जोड़ी को पूरी तरह से कमजोर कर दिया है.

सबसे चौंकाने वाली बात तो यह है कि इस वक्त टीम में कई ऐसे ओपनिंग खिलाड़ी मौजूद हैं जो शानदार कमाल दिखा सकते हैं लेकिन टी-20 वर्ल्ड कप जैसे बड़े टूर्नामेंट में तीसरे ओपनर का कोई विकल्प ही नहीं था.

रन बनाने वाले खिलाड़ियों को बेंच पर बिठाया गया

इस बार टी-20 वर्ल्ड कप में जो 15 खिलाड़ियों का चयन हुआ था, उससे कई दिग्गज खिलाड़ी भी खुश नहीं थी. रोहित शर्मा और शिखर धवन की जोड़ी जो वाइट बॉल फॉर्मेट में धमाल मचा रही थी. अचानक शिखर धवन को भी बाहर कर दिया गया.

इसके अलावा पृथ्वी शॉ घरेलू क्रिकेट में लगातार रन बना रहे हैं, पिछले 2 सालों से टीम इंडिया (Team India) में इस खिलाड़ी को नजरअंदाज किया जा रहा है, जहां टीम इंडिया की यही गलती उन पर भारी पड़ रही है.

प्लेइंग इलेवन में बदलाव न करने की कप्तान की जिद

इस साल देखा जाए तो टीम इंडिया (Team India) के हेड कोच राहुल द्रविड़ और रोहित शर्मा ने लगातार प्लेइंग इलेवन में उन खिलाड़ियों को मौका दिया जो इसके काबिल नहीं थे. शुरुआत से लेकर अंत तक भारतीय टीम एक ही प्लेइंग इलेवन को खिलाने की जिद्द  के साथ आगे बढी़.

खराब फॉर्म के बाद भी एक तरफ दिनेश कार्तिक को बाहर नहीं बिठाया गया, वहीं जब तक ऋषभ पंत की आए तब तक आधा खेल खत्म हो चुका था. इन सब बातों पर अगर टीम इंडिया (Team India) ध्यान नहीं देगी तो यही नतीजा होता रहेगा.

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