टी20 विश्व कप से 10 दिन पहले जसप्रीत बुमराह कैसे चोटिल हो सकते हैं? BCCI अध्यक्ष बनते ही रोजर बिन्नी ने लिया एक्शन


टी20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup) की शुरुआत हो चुकी है, लेकिन इस बार इस टूर्नामेंट में टीम इंडिया के स्टार गेंदबाज जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) अपने चोट के कारण नहीं खेल पा रहे हैं जिनकी चोट को लेकर लगातार कई समय से चर्चा चल रही है. पिछले कुछ समय से लगातार खिलाड़ी चोटिल होने से काफी परेशान नजर आ रहे हैं.

कई मौके पर टीम इंडिया को इसका हर्जाना भी भुगतना पड़ा. इन सब के बीच बीसीसीआई (BCCI) के अध्यक्ष रोजर बिन्नी (Roger Binny) ने इस बारे में गंभीरता से चर्चा करते हुए बताया कि खिलाड़ियों के लगातार चोटिल होने की समस्या से निपटना जरूरी है, क्योंकि वर्ल्ड कप से ठीक 10 दिन पहले जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) का चोटिल हो जाना यह टीम के लिए बेहद ही चिंता की बात है.

टीम इंडिया को खलेगी Jasprit Bumrah की कमी

जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) ने काफी समय बाद चोट से वापसी की थी जहां फिर वह चोटिल होकर लंबे समय के लिए क्रिकेट के मैदान से दूर हो चुके हैं.

हालांकि टी20 वर्ल्ड कप में जसप्रीत बुमराह के रिप्लेसमेंट के तौर पर मोहम्मद शमी (Mohammed Shami) को टीम में शामिल किया गया है जो आते ही अपना शानदार प्रदर्शन दिखा चुके हैं, लेकिन फिर भी जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) जैसे खिलाड़ी की कमी इस बार टी20 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया को पूरी तरह से खलने वाली है, क्योंकि इस खिलाड़ी की अपनी एक पहचान है जो शायद कोई रिप्लेस नहीं कर सकता.

बीसीसीआई के अध्यक्ष को होने लगी है चिंता

टीम इंडिया के खिलाड़ियों के लगातार इस तरह चोटिल हो जाने को लेकर बीसीसीआई अध्यक्ष रोजर बिन्नी ने चिंता जाहिर की है और कहा है कि  “हमें इस मामले पर गौर करने की जरूरत है कि आखिर खिलाड़ी इतनी बुरी तरह चोटिल क्यों हो रहे हैं. केवल अभी नहीं बल्कि पिछले चार-पांच सालों से ऐसा ही हो रहा है. ऐसा नहीं है कि हमारे पास अच्छी ट्रेनर या कोच नहीं हैं. बस ये बात नहीं समझ आ रहा कि क्या खिलाड़ियों पर बहुत अधिक बोझ है या वह बहुत अधिक फॉर्मेट में खेल रहे हैं. इस बारे में हमें कुछ विचार करना होगा.”

1 साल में इतने खिलाड़ी हुए चोटिल

देर से ही सही लेकिन जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) की चोट के बाद बीसीसीआई की आंखें खुली और अब वह इस मामले पर गंभीरता से विचार करने के बारे में सोच रहे हैं.

आपको बता दें कि बीसीसीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस साल लगभग 23 केंद्रीय अनुबंधित क्रिकेटर को एनसीए की मदद लेनी पड़ी थी. इसके अलावा रोजर बिन्नी ने रणजी ट्रॉफी जैसे घरेलू टूर्नामेंट के लिए बेहतर विकेट तैयार करने के महत्व पर भी जोर दिया.

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