“पहले धोनी थे अब विराट कोहली हैं” गौतम गंभीर ने कहा बंद करो ये सब इससे युवाओं का करियर हो रहा बर्बाद


भारतीय क्रिकेट टीम ( Team India) के पूर्व मैच विनर खिलाड़ी गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी के साथ ही साथ अपने बेबाक बोल के लिए भी जाने जाते हैं। हाल ही में उन्होंने भारतीय क्रिकेट टीम के भारत में ‘स्टार कल्चर’ ( Star Culture) की जमकर आलोचना की है।

इस पहलू की अति से युवाओं में कितना नुकसान हो रहा है, इस मुद्दे को काफी निष्पक्ष रूप से उठाते हुए लोगों को खासतौर पर क्रिकेट प्रेमियों को इस तरह भी सोचने पर विवश किया। जानिए क्या कहा गौतम गंभीर ने…

ड्रेसिंग रूम में सुपरस्टार नहीं बनता है

गौतम गंभीर ( Gautam Gambhir) ने एक मीडिया हाउस से बात करते हुए कहा कि ड्रेसिंग रूम में सुपरस्टार नहीं बनते हैं। सुपरस्टार सिर्फ भारतीय क्रिकेट को होना चाहिए न कि किसी खिलाड़ी को। भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों को आईपीएल और अन्य ब्रांड एंबेसडर और प्रमोशन से स्टार का दर्जा मिलता जा रहा जोकि युवा खिलाड़ियों का नुकसान कर रहा है। भारतीय क्रिकेट टीम में स्टार कल्चर के पनपने को गौतम गंभीर ने सभी के समाने रखा है।

गौतम गंभीर ने कहा पहले धोनी थे अब कोहली

गौतम गंभीर से जब ये सवाल पूछा गया कि बड़े खिलाड़ियों के आने से युवा खिलाड़ियों को क्या नुकसान होता है। उस पर गौतम गंभीर ने कहा “ऐसे माहौल में कोई आगे नहीं बढ़ पाया है। पहले महेंद्र सिंह धोनी थे, अब विराट कोहली हैं।”

एशिया कप 2022 में भारत बनाम अफगानिस्तान के मैच के विषय में बात करते हुए कहा कि जब विराट कोहली ने शतक बनाया था और साथ ही मेरठ के भुवनेश्वर कुमार ने भी पांच विकेट लिए थे। लेकिन बात विराट कोहली की हुई, तब किसी ने अन्य खिलाड़ियों की ओर ध्यान नहीं दिया था।

गौतम गंभीर ने कहा यह दुर्भाग्यपूर्ण है। गंभीर इकलौते कमेंटेटर थे, जिन्होंने उनके बारे में बात की। उन्होंने चार ओवर में पांच विकेट लिए, लेकिन शायद ही किसी को इस बारे में पता है। आगे खिलाड़ी ने इस बात का भी जिक्र किया कि वो शतक बनाता है उनकी देशभर में पूजा होती है।

गौतम गंभीर ने कहा कि हमें हीरो की पूजा करना बंद करना होगा। हमें सिर्फ भारतीय क्रिकेट की पूजा करने की जरूरत है। या फिर भारत या दिल्ली के मामले में दिल्ली क्रिकेट को।

कौन बना रहा है हीरो कल्चर?

हीरो कल्चर को लेकर गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने कहा “हीरो कल्चर दो वजहों से बनता है। पहला सोशल मीडिया फॉलोअर्स और शायद यह देश में सबसे फर्जी चीज है। क्योंकि आपको इस आधार पर आंका जाता है कि आपके कितने फॉलोअर्स हैं। इसी आधार पर ब्रांड बनाए जाते हैं। भारतीय क्रिकेट में हीरो कल्चर 1983 से रहा है। लोग सिर्फ टीम के कप्तान कपिल देव के बारे में बात करते हैं। 2007 और 2011 में भी यही हुआ, जब धोनी की कप्तानी में भारत ने दो विश्व कप जीते”।

आगे उन्होंने कहा  “अगर आप रोज एक ही खिलाड़ी के बारे में बात करेंगे तो वह अपने आप एक ब्रांड बन जाएगा। 1983 में ऐसा ही था फिर 2007 और 2011 में ऐसा हुआ। यह किसने किया। हमारे किसी खिलाड़ी ने नहीं और न ही बीसीसीआई ने। क्या न्यूज चैनल और ब्रॉडकास्टर्स ने कभी भारतीय क्रिकेट पर बात की। क्या हमने कभी कहा कि भारतीय क्रिकेट को चमकने की जरूरत है। दो या तीन से ज्यादा लोग हैं, जो भारतीय क्रिकेट को आगे ले जा रहे हैं। ये दो-तीन लोग भारतीय क्रिकेट में राज नहीं कर रहे हैं और न ही इन्हें करना चाहिए। भारतीय क्रिकेट उन 15 लोगों से चलना चाहिए, जो ड्रेसिंग रूम में बैठे हों। हर किसी के पास योगदान देने का मौका होता है। मैंने अपने जीवन में किसी का अनुकरण नहीं किया। यही मेरी सबसे बड़ी समस्या रही है। मीडिया और ब्रॉडकास्टर ही ब्रांड बनाते हैं, कोई और नहीं”।

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