71वें शतक के बाद विराट कोहली हुए भावुक, कहा ‘मेरे 60-70 रन को फेलियर कहा जा रहा था, जो…’


भारतीय क्रिकेट टीम (Team India) के पूर्व कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) ने बीती रात एशिया कप 2022 में अपना पहला टी20 शतक बनाया है। इसके पहले विराट कोहली 70 शतक बना चुके हैं, लेकिन टी20 फॉर्मेट में ये उनका पहला शतक है। जोकि विराट कोहली (Virat Kohli) की कई आलोचनाओं के बाद 1020 के बाद बना है।

अफगानिस्तान के खिलाफ खेले अंतिम मैच में किंग कोहली का ये शतक उनके फैंस के लिए प्रतियोगिता में सबसे बड़ा खुशी का पल था, लेकिन विराट कोहली ने इस दौरान अपने आलोचकों को लेकर ये प्रतिक्रिया दी।

पत्नी अनुष्का का किया बहुत धन्यवाद

विराट कोहली ने शतक बनाने के बाद प्लेयर ऑफ द मैच (Player Of the Match) चुने जाने के बाद अपनी पत्नी अनुष्का शर्मा को संघर्ष के दिनों में उनके साथ बने रहने के लिए धन्यवाद कहा है।

उन्होंने कहा “सबसे पहले मैं आभारी हूं कि आज का दिन ऐसा गुजरा. क्रिकेट से दूर रहने की वजह से मैं बहुत कुछ सीख पाया और अपनी खामियों के बारे में जान पाया। मैंने पहले भी एक विशेष इंसान का उल्लेख किया था-अनुष्का, जो इन कठिन समय में मेरे साथ खड़ी रही। मेरे खराब दौर में भी वह वो मेरे साथ थी और उसने सब देखा। वह मुझे सही मार्गदर्शन देती रही। उसने मुझे चीजों को नए तरीके से देखना सिखाया और इस वजह से मैं रिलैक्स होकर वापस आया”।

खुद अपनी पारी से चौंके हुए थे विराट कोहली कहा भगवान दे दिया

विराट कोहली ने लंबे अंतराल के बाद अपनी उसी पुरानी अक्रमकता के साथ बल्लेबाजी की। जिसमें उन्होंने खुद की पारी से चौंकने की बात की। विराट कोहली ने कहा

“मुझे जो भी मिला है भगवान की वजह से मिला है और इस बात को स्वीकार करने में मुझे कोई शर्म नहीं आती। ईमानदारी से कहूं तो मैंने अपनी पूरी ताकत से बल्लेबाजी की और मैंने खुद को चौंका दिया। मेरे 60-70 रन को भी फेलियर माने गए जो काफी चौंकाने वाला था। मैं वास्तव में किसी को कुछ भी नहीं बता सकता, क्योंकि मैंने कहा कि भगवान ने मुझे अतीत में अच्छी चीजें दी हैं। इसलिए मैं इस स्थिति में हूं जहां इन चीजों के बारे में बात की जा सकती है”

आलोचनाओं का दिया करारा जवाब

विराट कोहली ने अपनी लगातार आलोचना का जवाब भी दिया। उन्होंने कहा “मैंने कुछ समय के लिए ब्रेक लिया और फिर नए सिरे से शुरुआत की और टीम के वातावरण का भी इसमें योगदान है। टीम ने मुझे तनावमुक्त और मेरे दृष्टिकोण को सही रखा। मुझे काफी सलाह एवं सुझाव दिए गए। लोग मेरे बारे में बात करते थे कि मैं क्या गलत कर रहा हूं। दिन के अंत में एक व्यक्ति के रूप में आपको पता होता है कि आप खड़े हैं। लोगों की अपनी राय होगी लेकिन वे महसूस नहीं कर सकते कि आप क्या महसूस कर रहे हैं। मैं उस समय के लिए बहुत आभारी हूं और मुझे अपना नजरिया बदलने के लिए इसकी जरूरत थी”।

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