IND vs WI: लगातार कप्तान बदलने पर खुलकर बोले रोहित शर्मा, कहा- ‘IPL में हमारे पास 10 कप्तान है तो…’


भारतीय टीम के नियमित कप्तान रोहित शर्मा (ROHIT SHARMA) इन दिनों वेस्टइंडीज दौरे पर टी20 मैचों की सीरीज़ खेल रहे हैं. इंडिया ने इस सीरीज़ को अपने नाम कर लिया है. इसके बाद टीम इंडिया को एशिया कप और अक्टूबर में ऑस्ट्रेलिया का सरज़मी पर टी20 विश्व कप(T20 WORLD CUP 2022) खेलना है. पिछले साल खेले गए टी20 विश्व कप(T20 WORLD CUP 2021) में टीम इंडिया का परफॉर्मेंस काफी खराब रहा था. अगले विश्व को लेकर रोहित शर्मा ने बातचीत की.

हम बदलेंगे अपना रवैया

रोहित शर्मा(ROHIT SHARMA) ने स्टार स्पोर्ट्स के शो फॉलो द ब्लयूज़ पर बात करते हुए कहा, “हमने दुबई में टी20 विश्व कप के फाइनल में जगह नहीं बनाने के बाद स्पष्ट कर दिया था कि हमने महसूस किया कि हम अपना खेल कैसे खेलते हैं, इस बारे में हमारे रवैये और दृष्टिकोण में बदलाव की जरूरत है.”

आगे बात करते हुए उन्होंने कहा, “अगर कप्तान और कोच से यह संदेश स्पष्ट है कि टीम कहां जाने की कोशिश कर रही है तो हर खिलाड़ी निश्चित रूप से ऐसा करने की कोशिश करेगा. ऐसा करने के लिए उन्हें स्वतंत्रता और स्पष्टता की आवश्यकता है और यही हम करने की कोशिश कर रहे हैं. हम उन्हें ज्यादा से ज्यादा आजादी देने की कोशिश कर रहे हैं.”

टीम के अलग-अलग कप्तानों पर दी अपनी राय

रोहित ने टीम के अलग-अलग कप्तानों को लेकर अपनी राय पेश करते हुए कहा, “मुझे पता है कि टीम में इतने सारे नेतृत्वकर्ता तैयार करना रोमांचक है क्योंकि यह हमेशा एक अच्छा संकेत है और आप चाहते हैं कि खिलाड़ी दबाव को संभालें, जो खेल को समझते हैं और एक-दूसरे को अच्छी तरह से जानते हैं. कई कारणों से पिछले आठ महीनों में भारत के छह अलग-अलग कप्तान रहे हैं.”

रोहित ने आगे बात करते हुए कहा,  “मुझे लगता है कि नेतृत्व का होना बहुत महत्वपूर्ण है, लेकिन जाहिर है आप जानते हैं कि हम आईपीएल खेलते हैं और यह 10 टीम का टूर्नामेंट है. इसलिए 10 कप्तान होंगे जो किसी न किसी स्तर पर भारतीय टीम का भी हिस्सा होंगे.”

राहुल भाई और मेरे बीच है अच्छी समझ

राहुल द्रविड़ को लेकर बात करते हुए उन्होंने कहा, “राहुल भाई के साथ मैंने कुछ मैच खेले हैं क्योंकि जब मैंने एकदिवसीय मैचों में पदार्पण किया था तो वह मेरे पहले कप्तान थे इसलिए जाहिर तौर पर हमारे बीच कुछ आपसी समझ है. जब मैं चोटिल हुआ था तो मैंने एनसीए(National Cricket Academy) में काफी समय बिताया है. हमारे बीच हर समय नियमित बातचीत होती थी और वह मेरे खेल को भी करीब से देख रहे थे.”

अपनी बात को आगे बढ़ाते रोहित ने कहा,  “जब राहुल द्रविड़ कोच बने तो हम मिले और एक कमरे में कुछ देर साथ बैठे और फैसला किया कि हम चीजों को कैसे आगे बढ़ाना चाहते हैं और काफी हद तक उनके विचार वही थे जो मैं सोच रहा था .इससे मेरे लिए खिलाड़ियों को एक स्पष्ट संदेश देना थोड़ा आसान हो गया क्योंकि हम समूह के बीच भ्रम पैदा नहीं करना चाहते हैं, और निश्चित रूप से हम चाहते थे कि वह क्रिकेट की शैली को भी बदल दें. हम तीनों प्रारूपों में एक निश्चित तरीके से खेलना चाहते थे और वह यह सब स्वीकार करने के लिए तैयार थे.”

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