धोनी की मदद के अनसुने किस्से- पढ़िए धोनी ने मदद कर कैसे एक गरीब चाय वाले का बदल दिया है जीवन

धोनी की मदद के अनसुने किस्से- महेंद्र सिंह धोनी ने वाकई अपने बुरे दिनों को हमेशा याद रखा है. धोनी कभी नहीं भूले हैं कि गरीबी का दर्द आखिर क्या होता है. यही कारण है कि धोनी आज भी अपने उन दोस्तों को नहीं भूलें हैं जो तब धोनी के साथ थे जब धोनी कुछ नहीं थे. धोनी की मदद के अनसुने किस्सों में हम आपके लिए कुछ ऐसी ही कहानियों को सामने लायेंगे जिनको पढ़कर आप बोलेंगे कि धोनी वाकई हैं दिल वाले. ऐसा ही एक किस्सा है जब धोनी का सलेक्शन टीम में नहीं हुआ था. वह खरगपुर स्टेशन पर टीटी थे और वहां बस रेलवे में नौकरी करके अपना समय बर्बाद कर रहे थे. तो यहाँ एक चाय वाला धोनी का दोस्त बन गया था. तो आइये आपको आज हम इसी चाय वाले की कहानी सुनाते हैं. धोनी की मदद के अनसुने किस्से

जब चाय वाला धोनी से मिलने आया धोनी जब रेलवे में टीटी थे तो इस चाय वाले के पास धोनी दिन में तीन से चार बार चाय पीने आते थे. धोनी को यहाँ आकर सुकून मिलता था. धोनी ने कई बार इस चाय वाले से जिसका नाम थोमस था अपने सपनों के लिए बात की थी. थोमस हमेशा धोनी को बोलता था कि आप बस सपनों का पीछा करते रहो, एक ना एक दिन मंजिल आपको मिल जाएगी. कई बार धोनी जब काफी निराश होते थे तो थोमस चाय की जगह धोनी को स्पेशल दूध देता था जिसे पीकर धोनी  खुश हो जाते थे. धोनी ने जल्द ही नौकरी छोड़ दी थी और इसके बाद धोनी का सलेक्शन टीम में हीओ गया था. 

धोनी से जब मिला चाय वाला इसके बाद जब धोनी एक बार विजय हजारे ट्राफी खेलने कोलकाता में गये तो वहां थोमस धोनी से मिलने आया था. थोमस को लगता था कि धोनी उसको पहचान नहीं पायेंगे लेकिन धोनी ने जैसे ही थोमस को देखा तो तुरन्त पहचान लिया. जिसके बाद धोनी ने इसकी बनी चाय पी और धोनी ने रात को स्पेशल डिनर पर थोमस को होटल ले गये. यहाँ धोनी ने थोमस से काफी बातें की और बाद में थोमस को अपनी चाय की दूकान का नाम धोनी टी स्टाल रखने को बोला. धोनी ने थोमस की आर्थिक मदद भी की ताकि वह अपनी अच्छी सी दूकान को और अच्छा बना सके.   तो धोनी ने एक छोटे से चाय वाले की मदद करके साबित कर दिया है कि आज भी इंसानियत जिन्दा है. धोनी अपने हर फैन से आराम से मिल लेते हैं. धोनी की इस कहानी के बारें में आपके विचार क्या है. आप हमें कमेन्ट बॉक्स के जरिये जरुर बतायें. 

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