महेंद्र सिंह धोनी के करियर के वो 5 काले धब्बे, जिसे चाहकर भी नहीं भुला सकते वो तकलीफदेह पल


साल 2019 में खेले गए वर्ल्ड कप(WORLD CUP 2019) में टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा था. महेंद्र धोनी(MS DHONI) की कप्तानी में टीम ने कई बड़े-बड़े कारनामें किए हैं. धोनी की कप्तानी में भारतीय टीम ने साल 2007 का टी20 वर्ल्ड कप जीता, फिर साल 2011 में वनडे वर्ल्ड कप जीता और साल 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी अपने नाम की. वहीं, टीम ने उनकी कप्तानी में कुछ ऐसे भी पल दुखदेह पल देखे, जिन्हें टीम और महेंद्र सिंह धोनी(MS DHONI) ज़रूर भूलना चाहेंगे. हम आपको ऐसे ही पांच खराब पलों के बारे में बताने जा रहे हैं.

1. ऑस्ट्रेलिया सीबी सीरीज

साल 2011-12 में खेली गई ऑस्ट्रेलिया बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में 4-0 से हार के बाद इंडिया को त्रिकोणिए श्रंखला सीबी सीरीज़ के लिए तैयार किया गया था. लेकिन धोनी ने ज़्याद उम्र के गौतम गंभीर(GAUTAM GAMBHIR), वीरेंद्र सहवाग(VIRENDRA SEHWAG) और सचिन तेंदुलकर(SACHIN TENDULKAR) के साथ उनकी फील्डिंग के चलते नहीं खेल सकते. लेकिन तीनों ने खेला. इसके बाद धोनी को मीडिया और फैंस दोनों तरफ से खूब आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था. इसके बाद अफवाह उड़ी थी कि धोनी और टीम से सीनियर प्लेयर्स में कुछ सही नहीं है.

2. आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग 2013

श्रीसांथ, अजीत चंडीला और अंकित चव्हाण इन तीन खिलाड़ियों को फिक्सिंह की संभवना में सबसे पहले दिल्ली पुलिस के द्वारा गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद मुंबई पुलिस द्वारा चेन्नई सुपर किंग्स के गुरुनाख मयप्पन अरेस्ट किया गया था. बता दें, इसको लेकर चेन्नई सुपर किंग्स और महेंद्र सिंह धोनी के उपर जो आरोप लगे थे, वो कभी सच साबित नहीं हो सके. इसके बाद सुप्रीम कोर्ट द्वारा बनाई गई आरएम लोधा कमेटी के ने चेन्नई सुपर किंग्स को 2 साल के लिए आईपीएल से बैन कर दिया गया था.

3. Rhiti Sports के शेयर का मामला

बीसीसीआई ने 2015 में रिति स्पोर्ट्स मैनेजमेंट के साथ एमएस धोनी की संदिग्ध हिस्सेदारी की जांच शुरू की थी क्योंकि उन्हें व्यवसाय में 15 प्रतिशत स्वामित्व रखने के लिए कहा गया था. कई पूर्व खिलाड़ियों ने इसको लेकर धोनी की तमाम अलोचना की थी. हालांकि, बाद में जारी किए गए आकड़ों में कुछ भी नकारात्मक नहीं पाया गया था. लेकिन फिर भी यह एक विवाद बनकर उभरा था.

4. साल 2007 वर्ल्ड कप में मिली हार के बाद का मंज़र

साल 2007 में वर्ल्ड कप हारने के बाद भारतीय खिलाड़ियों के साथ काफी बुरा बर्ताव किया था. लोगों ने भारतीय खिलाड़ियो के पुतले फूंके और महेंद्र सिंह धोनी के घर पर प्तथर फेंके थे. इसके बाद धोनी के घर के बाहर सुरक्षा बल तैनात करना पड़ा था. इसके पांच महीनें बाद ही धोनी की कप्तानी वाली भारतीय टीम ने टी20 वर्ल्ड में ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी.

5. साल 2019 वर्ल्ड कप के बाद की आलोचनाएं

धोनी को वनडे में अच्छा ना खेलने के चलते आलाचनाओं का सामना करना पड़ा था. इसके बाद साल 2019 में खेले गए वर्ल्ड कप में मौजूद वहीं खिलाड़ी जो टीम को जीत दिलाने के लिए जाने जाते थे, लगातार विफल हो रहे थे. सेमीफाइनल में न्यूज़ीलैंड के हाथों मिली हार के बाद लोगों ने धोनी की खूब आलोचना की थी.

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