इन 3 दिग्गज खिलाड़ियों ने बिना कप्तानी किए खेले हैं सबसे ज्यादा मैच


आमतौर पर उम्मीद जताई जाती है, कि किसी भी राष्ट्रीय टीम का कप्तान एक दिग्गज खिलाड़ी (legend players) को ही बनाया जाए, और काफी मामलों में ऐसा होते हुए भी नजर आया है। कुछ ऐसे भी उदाहरण सामने आए हैं। जब टीम का कप्तान किसी नए खिलाड़ी को बना दिया गया हो।

इसका सबसे प्रमुख उदाहरण दक्षिण अफ्रीका के ग्रीम स्मिथ और भारत के महेंद्र सिंह धोनी रहे हैं। हर खिलाड़ी के लिए अपने देश की राष्ट्रीय टीम का कप्तान बनना बड़े ही सौभाग्य की बात होती है। लेकिन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में खेलने वाले हर खिलाड़ी को कप्तानी नसीब नहीं होती।

भारतीय टीम में पहले सौरव गांगुली से पहले अजहरुद्दीन और सचिन तेंदुलकर कप्तानी संभाला करते थे, उसके बाद इस पद पर राहुल द्रविड़, महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली जैसे खिलाड़ियों को बैठने का मौका मिल सका। वहीं कुछ खिलाड़ियों को बीच में कम समय के लिए भी कप्तान बनाया गया। वर्ल्ड क्रिकेट के दौरान अन्य देशों की टीमों में भी कुछ इसी तरह से कप्तान बने हैं। किसी भी कप्तान द्वारा बेहतर प्रदर्शन करने पर कप्तानी का सफर भी लंबा चलता रहता है, और प्रदर्शन में निरंतरता की कमी आते ही किसी अन्य खिलाड़ी को बतौर कप्तान खेलने का मौका मिल जाता है।

यह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट एक ऐसा सिलसिला है, जो लगातार चलता ही रहता है। कई ऐसे खिलाड़ी हुए हैं जिनका विश्व क्रिकेट में काफी नाम हुआ है, लेकिन उन्हें कप्तान बनने का मौका नहीं मिल सका। इस लिस्ट में हम आपको ऐसे ही खिलाड़ियों के बारे में बताएंगे जो बिना कप्तान बने सबसे अधिक वनडे खेले हैं।

क्रिस हैरिस

न्यूजीलैंड का यह ऑलराउंडर खिलाड़ी अपने समय में बेहतरीन खिलाड़ी माना जाता था। न्यूजीलैंड टीम के लिए वह 250 वनडे मैच खेले और 4000 से भी अधिक रन बनाने में कामयाब रहे। गेंदबाजी के दौरान हैरिस द्वारा 200 से अधिक विकेट हासिल किए गए। लेकिन उन्हें कप्तान बनने का कभी भी मौका नहीं मिल सका।

बिना कप्तान बने सबसे अधिक वनडे खेलने वाले खिलाड़ियों की लिस्ट में हैरिस तीसरे नंबर पर शामिल हैं। आज भी फैंस द्वारा उनके ऑलराउंडर खेल के लिए उन्हें याद किया जाता है।

युवराज सिंह

यह दिग्गज भारतीय खिलाड़ी विश्व में किसी भी परिचय का मोहताज नहीं है। कई मैचों के दौरान भारतीय टीम को जीत दिलाने वाले युवराज सिंह का नाम बिना कप्तान बने सबसे अधिक वनडे खेलने वाले खिलाड़ियों की लिस्ट में शामिल है।

भारतीय टीम के लिए युवराज सिंह द्वारा वनडे क्रिकेट में कुल 304 मुकाबले खेले गए, इस दौरान उनके द्वारा 8701 रन बनाए गए थे। गेंदबाजी में भी उनके नाम 111 विकेट दर्ज हैं, लेकिन उन्हें कप्तान बनने का मौका कभी नहीं मिल सका।

मुथैया मुरलीधरन

इस लिस्ट में मुथैया मुरलीधरन का नाम सबसे ऊपर शामिल है। मुरलीधरन को श्रीलंका के लिए 350 वनडे मैच खेलने के बाद भी कभी कप्तान बनने का मौका नहीं मिल सका।

अपने करियर के दौरान मुरलीधरन द्वारा कई मैचों में धाकड़ गेंदबाजी करते हुए टीम को जीत दिलाई गई। वनडे क्रिकेट के दौरान मुरलीधरन 534 विकेट अपने नाम करने में कामयाब रहे हैं। यह एक सबसे बड़ा रिकॉर्ड रहा है।

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