रवि शास्त्री के कार्यकाल में भारत क्यों नहीं जीत सका आईसीसी ट्रॉफी, उन्होंने खुद बताई वजह


भारतीय टीम के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री ने अपने कार्यकाल के दौरान भारतीय टीम को कई बड़ी उपलब्धियां हासिल करवाई है। जिसमें ऑस्ट्रेलिया में दो बार जाकर टेस्ट सीरीज जीतना, अफ्रीका में टेस्ट मैच जीतना, इंग्लैंड में टेस्ट जीतना। ऐसी कई उपलब्धियां है जो टेस्ट फॉर्मेट में और वनडे क्रिकेट में भी रवि शास्त्री के कार्यकाल में भारतीय टीम को मिली है। लेकिन रवि शास्त्री के कार्यकाल में एक ऐसी चीज भी है जो रवि शास्त्री के कार्यकाल में सवालिया निशान लगाती है और वह है उनके कार्यकाल में भारत का एक भी आईसीसी ट्रॉफी ना जीत पाना।

रवि शास्त्री के कार्यकाल में भारत ने एक भी बार आईसीसी ट्रॉफी अपने नाम नहीं की। रवि शास्त्री के कार्यकाल में भारतीय टीम ने 2019 विश्व कप का सेमीफाइनल मैच खेला जहां उसे न्यूजीलैंड के हाथों हार का सामना करना पड़ा। उसके बाद भारत 2021 का वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मुकाबला खेला वहां भी भारत को हार मिली और उसके बाद 2021 में खेले गए टी-20 विश्व कप में भारतीय टीम पहले राउंड से ही बाहर होकर वापस घर लौट आई।

यह वह सवालिया निशान है जो रवि शास्त्री के कार्यकाल पर पूरी तरह से निशान उठाते हैं और यह बताते हैं कि रवि शास्त्री के कार्यकाल में भारत एक भी ट्रॉफी जीतने में सफल नहीं हो सका। अब भारत और वेस्टइंडीज के खिलाफ फैन कोड में कमेंट्री के दौरान रवि शास्त्री ने खुद इस बात का खुलासा किया है कि आखिर क्यों भारत उनके कार्यकाल में आईसीसी के ट्रॉफी अपने नाम नहीं कर सका।

रवि शास्त्री ने इस बात का जवाब देते हुए कहा कि ” एक विशुद्ध रूप से ऑलराउंडर खिलाड़ी का ना होना आईसीसी ट्रॉफी ना जीत पाने का एक बड़ा कारण बना। मैं हमेशा से एक ऐसा खिलाड़ी चाहता था जो टॉप 6 में गेंदबाजी कर सके। हार्दिक पांड्या के चोटिल होने से यह एक बड़ी समस्या बन गई थी। और भारतीय टीम को इसका खामियाजा भुगतना पड़ा। हमारी टीम में कोई भी ऐसा खिलाड़ी नहीं था जो टॉप 6 में गेंदबाजी कर सके। हमारे सिलेक्टर्स ने कहा कोई खिलाड़ी देखो लेकिन आखिर था कौन?

आपको बता दें हार्दिक पांड्या 2018 में एशिया कप के दौरान पीठ में चोट लग गई थी। उसके बाद हार्दिक पांड्या इस चोट से लगभग 3 साल तक जूझते रहे और काफी लंबे समय तक बतौर बल्लेबाज ही भारतीय टीम का हिस्सा रहे।

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