2008 में सिडनी में सचिन तेंदुलकर ने फाइनल मुकाबले में खेली थी शतकीय पारी, पंत ने एक बार फिर से उस तरह की पारी खेलकर दिलाई याद


भारत और इंग्लैंड के बीच रविवार को ओल्ड ट्रैफर्ड में खेले गए तीन मैचों की वनडे सीरीज के निर्णायक वनडे मुकाबले में भारतीय टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने एक ऐसी पारी खेल डाली है जो उन्हें तो हमेशा याद रहेगी ही साथ ही साथ उन तमाम भारतीय फैंस को भी याद रहेगी जिन्होंने भारत और इंग्लैंड का यह मुकाबला देखा है। क्योंकि यह एक ऐसी पारी थी जब भारतीय टीम 260 रनों के लक्ष्य का पीछा कर रही थी और सभी दिग्गज बल्लेबाज पवेलियन लौट चुके थे। लेकिन इस 24 वर्षीय बल्लेबाज ने हार नहीं मानी और एक ऐसी पारी खेल डाली जो साल 2008 में सचिन तेंदुलकर की सिडनी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई शतकीय पारी की याद दिलाती है।

साल 2008 में सचिन तेंदुलकर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फाइनल में खेली थी कुछ इसी तरह की पारी

साल 2008 में भारत ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका के बीच कॉमनवेल्थ बैंक सीरीज खेली जा रही थी जिसका फाइनल मुकाबला भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सिडनी के मैदान पर खेला जा रहा था भारतीय टीम को मैच जीतने के लिए 240 रनों की आवश्यकता थी और भारतीय टीम 87 रनों पर अपने तीन महत्वपूर्ण विकेट गवां चुकी थी अब सभी की उम्मीदें सचिन तेंदुलकर के ऊपर टिक गई थी क्योंकि सचिन तेंदुलकर क्रीज पर टिके हुए थे सचिन तेंदुलकर और महेंद्र सिंह धोनी के बीच एक शानदार साझेदारी हुई और सचिन तेंदुलकर ने देखते ही देखते शानदार शतक लगाया था और उस पारी की बदौलत भारतीय टीम ने पहला फाइनल अपने नाम किया था और उसके बाद ब्रिसबेन में दूसरे फाइनल मुकाबले को जीतकर भारत ने सीबी सीरीज का खिताब अपने नाम किया था।

साल 2022 यानी कि ठीक 14 साल बाद विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने ओल्ड ट्रैफर्ड के मैदान पर एक ऐसे दबाव भरे मैच में कुछ उसी तरह की पारी खेलकर सचिन तेंदुलकर की उस पारी की याद दिला दी है। क्योंकि उस वक्त भी भारतीय टीम दबाव में थी और साल 2022 यानी कि रविवार को ओल्ड ट्रैफर्ड के मैदान पर खेले गए निर्णायक वनडे मुकाबले में भारतीय टीम के मात्र 38 रनों पर तीन दिग्गज बल्लेबाज पवेलियन लौट गए थे और बाल्टी टीम पूरी तरह से दबाव में थी। लेकिन ऋषभ पंत इससे उलट ऐतिहासिक पारी खेलने वाले थे। क्योंकि ऋषभ पंत ने बीते डेढ़ साल में कुछ ऐसी ऐतिहासिक पारियां खेली हैं जिन्होंने भारत को ऐसी जीत दिला दी हैं जो हमेशा याद रहने वाली हैं। यह जीत उनमें से एक है।

वैसे तो सचिन तेंदुलकर की किसी भी पारी की तुलना करना बेहद कठिन है क्योंकि सचिन तेंदुलकर एक अलग तरह के बल्लेबाज थे जिनका कद सभी जानते हैं। लेकिन ऋषभ पंत की अगर बात की जाए तो पिछले डेढ़ सालों में इस युवा बल्लेबाज ने कुछ ऐसी पारियां खेली हैं जो भारत को लंबे समय तक की याद रहने वाली है। क्योंकि यह वही ऋषभ पंत है जिन्होंने गाबा में 89 रनों की पारी खेली थी और ऑस्ट्रेलिया को भारत ने टेस्ट श्रंखला में हराया था।

0/Post a Comment/Comments