इंडियन क्रिकेट एक चमकता हुआ सितारा कहा जाने वाला खिलाड़ी महेंद्र सिहं धोनी अपनी कूलनेस के लिए जाने जाते हैं. महेंद्र सिंह धोनी ने अपनी कप्तानी में टीम इंडिया को बहुत ऊँचाईयों तक पहुंचाया है. आईपीएल खत्म होने के बाद धोनी मुश्किलों में घिर गए हैं. धोनी के उपर FIR हो गई है. बिहार के जिले बेगुसराय के जिले की एक अदालत में इस FIR को दर्ज करवाया गया है. इस मामले में धोनी सिर्फ अकेले नहीं बल्कि उनके साथ 8 और लोगों का नाम शामिल है.
क्यों हुई महेंद्र सिंह धोनी के उपर FIR
बता दें, बेगुसराय ज़िले के एक न्यायालय में डीएस इंटरप्राइजेज के प्रोपराइटर परिवादी नीरज कुमार निराला की तरफ से इस FIR किया गया है. FIR 30 लाख रूपए के मामले को लेकर दर्ज की गई है. एक व्यक्ति का कहना है कि डीएस इंटरप्राइजेज बेगुसराय नाम की एजेंसी के साथ उर्बरक कंपनी ग्लोबल उपजवर्धक इंडिया के साथ एक प्रोडक्ट को बेचने के लिए कॉन्ट्रैक्ट किया गया था.
कंपनी ने एजेंसी को खाद भेज दिया, लेकिन प्रचार में कोई योगदान नहीं दिया. डीएस इंटरप्राइजेज को घाटा हुआ. शिकायत करें जाने पर कंपनी ने फंसा हुआ माल वापस ले लिया और एक 30 लाख का चेक भी दिया गया. यह चेक बाउंस हो गया. चेक बाउंस के बाद कंपनी ने बाक पर कोई तवज्जो नहीं दी. डीएस इंटरप्राइजेज के मालिक ने FIR करवाई.
धोनी का कैसे आया नाम
इस कंपनी के प्रोडक्ट का प्रचार महेंद्र सिंह धोनी ने किया था. इसके चलते डीएस इंटरप्राइजेज के मालिक नीरज कुमार निराला ने धोनी के साथ कंपनी के 8 लोगों पर एफआईआर कर मुकदमा करवा दिया. इन आठ लोगों में कंपनी के सीईओ आर्य,स्टेट हेड अजय कुमार, मार्केटिंग हेड अर्पित दूबे, एमडी इमरान जफर, मार्केटिंग मैनेजर वंदना आन और निदेशक महेन्द्र सिंह का नाम जोड़ा गया है. इस मामले में आपीसी की धारा 406, 120B और एनआई एक्ट 138 के तहत धाराए लगाई गई हैं. केस की अलगी सुनवाई 28 जून को होगी.
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