राहुल द्रविड़ ने एक बार फिर साबित किया कि उनसे बड़ा दिल किसी का नहीं है


भारतीय क्रिकेट टीम में कई शालीन क्रिकेटर रहे हैं। लेकिन भारतीय क्रिकेट टीम के वर्तमान मुख्य कोच राहुल द्रविड़ विभिन्न मौकों पर साबित कर देते हैं कि वो काफी शालीन और उदार व्यक्ति हैं। आज हम आपको भारतीय क्रिकेट टीम में द वॉल नाम से मशहूर आकर्षित छवि वाले पूर्व क्रिकेटर राहुल द्रविड़ ( Rahul Dravid) के विषय में कुछ किस्से बताने जा रहे हैं। जिन्हें जानकर आप उन्हें बड़े दिल वाले खिलाड़ी कहे बिना नहीं रह पाएंगे। जानिए क्या हैं वो किस्से…

जब यूं ही लोगों के बीच आम व्यक्ति की तरह जाकर बैठ गए थे राहुल द्रविड़

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी राहुल द्रविड़ एक किताब के समारोह में बिना सिक्योरिटी के साथ पहुंचे। मास्क लगाए होने के कारण वो किसी की पहचान में नहीं आए। ये बुक इवेंट क्रिकेटर गुंडप्पा विश्वनाथ (Gundappa Viswanath) की नई बुक से जुड़ा था, इसलिए उन्हें भी इस इवेंट में आमंत्रित किया गया था।

इस इवेंट में कुछ देर के लिए राहुल द्रविड़ आए और साथ ही सभी के बीच आकर बैठ गए। सभी की तरह राहुल द्रविड़ भी लेखक राम गुहा का स्वागत करने उठे। जिसके बाद वहां मौजूद लोगों को पता चला कि राहुल द्रविड़ उनके बीच बैठे हैं। वो जिस लड़की के बगल में बैठे थे, उसे तक नहीं पता चला कि वो राहुल द्रविड़ के बगल में बैठी है।

अपने बच्चे के स्कूल में लाइन लगाकर खड़े हो गए थे

एक बार राहुल द्रविड़ अपने बेटे की साइंस एक्जीबिशन में गए। वहां भारतीय क्रिकेट टीम के महान खिलाड़ी के रुतबे के साथ नहीं बल्कि एक आम साधारण पिता की तरह पहुंचे सभी पैरेंट्स की तरह ही राहुल द्रविड़ ने लाइन लगाई और जैसे वहां मौजूद लोगों ने अपने बच्चों का सपोर्ट किया। राहुल द्रविड़ ने भी ठीक वैसा की किया था। राहुल द्रविड़ की इस तरह से आम व्यक्ति की तरह बिना स्टारडम की मौजूदगी ने उनके फैंस और भी कायल बना दिया।

जब उपाधि लेने से कर दिया था मना

राहुल द्रविड़ को क्रिकेट में उनकी बल्लेबाजी की तरीके और डट कर खड़े रहने की काबिलियत के कारण उन्हें द वॉल कहा जाता था। ये उपाधि उन्हे उनकी उपलब्धि के कारण मिली थी। लेकिन एक बार बंगलुरु युनिवर्सिटी ने उन्हें एक बार उपाधि देने की पेशकश की थी। जिसपर राहुल द्रविड़ ने इसे लेने से इंकार कर दिया था।

उन्होंने कहा कि इसके लिए उन्होंने कुछ नहीं किया है। इसलिए वो ये नहीं ले सकते हैं। जिसके बाद राहुल द्रविड़ का अपने करियर को किसी अन्य व्यक्ति के कैरियर की तरह दिखाना, उन्हें बाकी सभी खिलाड़ियों से अलग करता है।

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